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नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=द्विज }} * [[बायु बहारि-बहारि रहे छिति, बीथीं सुगंध…
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{{KKRachna
|रचनाकार=द्विज
}}
* [[बायु बहारि-बहारि रहे छिति, बीथीं सुगंधनि जातीं सिँचाई / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[बंदनवार बँधे सब कैं, सब फूल की मालन छाजि रहे हैं / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[जानि-जानि आपने ही गेह कौ अराम / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[या बिधि की सोभा निरखि / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[चँहकि चकोर उठे, सोर करि भौंर उठे / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[हौंन लागे सोर चहुँ ओर प्रति कुंजन मैं / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[सबै फूल फूले, फबे चारु सोहैं / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[रमैं पच्छिनी सौं सबै पच्छ जोरैं / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[कहूँ कोकिलाली, कहूँ कै पुकारैं / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[कहूँ कोक हूँ कोक की कारिका कौं / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[कदंब प्रसूनन सौं सरसात / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[नहीं नव अंकुर ए सरसात / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[पलास-प्रसून किधौं नख-दाग / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[रचे बितान से घने, निकुंज-पुंज सोहईं / शृंगार-लतिका / द्विज]]
* [[कहूँ-कहूँ बनीं-ठनीं, लसैं सु बापिका घनी / शृंगार-लतिका / द्विज]]
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