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Kavita Kosh से
रोज लिखी जाने वाली एक ही भाषा
जिसका अर्थ सबको मालूम है
पर तुम्हे तुम्हें मालूम नहीं
क्योंकि तुम्हारे पास आंखें हैं
कान हैं