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जो नहीं ऐतबार के क़ाबिल
हाथ को जोड़कर वो देता है दूर ही दूर मैं रहूँ उससे
हाथ को जोड़कर वो देता है
कहती गैरत है कुछ न लूँ उससे
दूर ही दूर मैं रहूँ उससे
रू-ब-रू उससे हाल पूछूंगा
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