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कामयाबी के भरोसे गिन रहा हूँ
आसमाँ के सब सितारे गिन रहा हूँ
फ़ासला है दरमियाँ में बेरुखी का
मैं तुम्हारे सब इशारे गिन रहा हूंहूँ
भीड़ में "आज़र" कहां कहाँ गुम हो गए होलौटने के दिन तुम्हारे गिन रहा हूंहूँ
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