भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[कितनी क्या देर है सवेरे में / जहीर कुरैशी]]
* [[अलग मुस्कान मुद्राएँ अलग हैं / जहीर कुरैशी]]
* [[हम निहारेंगे जिसको , उधर जाएगी / जहीर कुरैशी]]
* [[धीर धरने की बात करते हैं / जहीर कुरैशी]]
* [[घर से निकले सुबह, शाम को घर लौटे / जहीर कुरैशी]]
Anonymous user