भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

क़तआत / ‘अना’ क़ासमी

7 bytes removed, 11:53, 10 अप्रैल 2012
{{KKCatGhazal‎}}‎
<poem>
क़तअ़ातक़तात
अब्र बेताब होके चीख़ पड़ा