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Kavita Kosh से
'''याद'''
(1)
कैसे कहूँ की कि
किसकी याद आई?
चाहे तड़पा गई।
याद किसी की--
</poem>
हिन्दी में [[हाइकु]] की प्रथम चर्चा का श्रेय [[अज्ञेय]] को दिया जाता है, उन्होंने [[हाइकु]] सी लगनी वाली अनेक रचनाऐं रचनाएँ लिखी हैं जिन पर लगातार शोध जारी है,है। [[ रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']] के अनुसार - ''अज्ञेय जी की ये प्रस्तुत रचनाएँ हाइकु के छन्द-विधान पर खरी नहीं उतरती । श्रद्धा के वशीभूत होकर इन्हें हाइकु कहना समीचीन नहीं होगा।''