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मेरे क़ातिल ने मिरा दामने-तर देख लिया
ख़ौफ़ सा है मिरे पहलू की हर इक शय पे मुहीत<ref >व्याप्त</ref>
दिल का ग़म भी है मगर चोर ने घर देख लिया