Changes

|संग्रह= कोई दीवाना कहता है / कुमार विश्वास
}}
{{KKVID|v=eRa6tUJZIXQA6nXdcR-nEU}}
<poem>
कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !
अभी तक डूब कर सुनते थे सब किस्सा मोहब्बत का!
मैं किस्से को हकीक़त में बदल बैठा तो हंगामा!!
 
</poem>