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|संग्रह= कोई दीवाना कहता है / कुमार विश्वास
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कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !
अभी तक डूब कर सुनते थे सब किस्सा मोहब्बत का!
मैं किस्से को हकीक़त में बदल बैठा तो हंगामा!!
 
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