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|रचनाकार=शिवराज भारतीय
|संग्रह=रंग-रंगीलो म्हारो देस / शिवराज भारतीय
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<poem>
सावणियै री आई तीज
त्युंहारां नै ल्याई तीज।
सावणियै री आई तीज
त्युंहारां नै ल्याई तीज।
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