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Kavita Kosh से
मेरे भीतर एक सपना है
जिसे मैं देखता हूँ कि जो मुझे देखता है, मैं नहीं जान पाता ।पाता।
यानी कि सपना मेरा है या मैं सपने का
इतना भी नहीं पहचान पाता ।पाता।
और यह बाहर जो ठोस है
(जो मेरे बाहर है या जिस के मैं बाहर हूँ ?)
मुझे ऐसा निश्चय है कि वह है, है;
यह कह आता है
कि ऐसा है कि मुझे निश्चय है !
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