भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

जल जहाँ है / रमेश रंजक

4 bytes added, 09:23, 16 मार्च 2015
{{KKCatNavgeet‎}}
<poem>
जल जहाँ है !
वहाँ सूखापन कहाँ है ?
यह हक़ीक़त कुछ क़िताबों ने कही है
आदमियत इम्तहाँ-दर-इम्तहाँ है
वहाँ रूखापन कहाँ है ?
इम्तहाँ से ज़िन्दगी उजली बनी है
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits