भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पंछी-दोय / हरि शंकर आचार्य

582 bytes added, 16:21, 23 जनवरी 2016
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरि शंकर आचार्य |संग्रह= मंडाण / नी...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=हरि शंकर आचार्य
|संग्रह= मंडाण / नीरज दइया
}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<poem>
ऐ मुगत है
आं नै कोनी चाहीजै
किणी पुळ या उडणखटोळै रो
सायरो
आंनैं कोनीं बांध सकां
सांप्रदायिकता जात-पांत
अर मिनख रै बणायोड़ै
दूजा जाळां मांय।
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,482
edits