भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
'{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=छत्तीसग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=छत्तीसगढी
}}
{{KKCatChhattisgarhiRachna}}
<poem>
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
पतरेंगी मोरे मैना, सवरेंगी ना रे सुवा ना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
पुन्नी के चन्दा ला लेगे बदरिया
कहाँ बुलाये मोर बाँके नजरिया
पुन्नी के चन्दा ला लेगे बदरिया
कहाँ बुलाये मोर बाँके नजरिया
का तो हाबय तीजाही उपास रे, कजरेली मोरे मैना
का तो हाबय तीजाही उपास रे, कजरेली मोरे मैना
चम्पा चमेली मोर चुरमुर चुरमुर
का दुःख मा बइठे हे झुरमुर झुरमुर
चम्पा चमेली मोर चुरमुर चुरमुर
का दुःख मा बइठे हे झुरमुर झुरमुर
मन ले कइसे पराये उलास रे, कजरेली मोरे मैना
मन ले कइसे पराये उलास रे, कजरेली मोरे मैना
कंचन काया ले माया रिसागे
चहकत चिरईया मोर कइसे थिरागे
कंचन काया ले माया रिसागे
चहकत चिरईया मोर कइसे थिरागे
जीव ले आस हे काबर हतास रे, कजरेली मोरे मैना
जीव ले आस हे काबर हतास रे, कजरेली मोरे मैना
पतरेंगी मोरे मैना, सवरेंगी ना रे सुवा ना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
सवरेंगी मोरे मैना, पतरेंगी मोरे मैना
सवरेंगी ना रे सुवा ना
</poem>
{{KKLokRachna
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=छत्तीसगढी
}}
{{KKCatChhattisgarhiRachna}}
<poem>
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
पतरेंगी मोरे मैना, सवरेंगी ना रे सुवा ना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
पुन्नी के चन्दा ला लेगे बदरिया
कहाँ बुलाये मोर बाँके नजरिया
पुन्नी के चन्दा ला लेगे बदरिया
कहाँ बुलाये मोर बाँके नजरिया
का तो हाबय तीजाही उपास रे, कजरेली मोरे मैना
का तो हाबय तीजाही उपास रे, कजरेली मोरे मैना
चम्पा चमेली मोर चुरमुर चुरमुर
का दुःख मा बइठे हे झुरमुर झुरमुर
चम्पा चमेली मोर चुरमुर चुरमुर
का दुःख मा बइठे हे झुरमुर झुरमुर
मन ले कइसे पराये उलास रे, कजरेली मोरे मैना
मन ले कइसे पराये उलास रे, कजरेली मोरे मैना
कंचन काया ले माया रिसागे
चहकत चिरईया मोर कइसे थिरागे
कंचन काया ले माया रिसागे
चहकत चिरईया मोर कइसे थिरागे
जीव ले आस हे काबर हतास रे, कजरेली मोरे मैना
जीव ले आस हे काबर हतास रे, कजरेली मोरे मैना
पतरेंगी मोरे मैना, सवरेंगी ना रे सुवा ना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
कइसे दिखत हे आज उदास रे, कजरेली मोरे मैना
सवरेंगी मोरे मैना, पतरेंगी मोरे मैना
सवरेंगी ना रे सुवा ना
</poem>