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अडिग-अविचल सर हिमाचल,हिन्द सिंधु जिसके पदतल l,
नर्मदा, कृष्णा, त्रिवेणी
तापती, गोदावरी जल lजल।
कौन है संसाधनों से
धनी जग में शेष ऐसा ?
सखे! भारत देश जैसा |जैसा।।
ज्ञान चारो वेद जिसके,और स्वर है उपनिषद से ,
गुरुवाणी और अजानें
कर्णप्रिय मीठे शहद से,
ज्ञान गंगा से सुशोभित
कौन है उन्मेष ऐसा ?
सखे! भारत देश जैसा |जैसा।।
प्रीत, रीति है जहाँ की,विविधता पर एक बंधन,
वीर माटी को जहाँ पर
मानते हैं शीश-चंदन,
सकल जग में तुम बताओ
और कोई देश ऐसा ?
सखे! भारत देश जैसा |जैसा।।
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