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जें हिनका पूजै बहिन!, ऊ गणेश रँ होय।।
आबै छै हमारा बहिन!, माँ-बाबू के याद।
ढाल बनी केॅ साथ छै, हिनकोॅ आशीर्वाद।।
माँ-बाबू संसार मेॅ, नेहोॅ के प्रतिरूप।
संतानोॅ केॅ छाँव दै, अपने झेलै धूप।। धुप।।
चाहे जीवन मेॅ रहे, बहिना! हर्ष-विषाद।
मिटतै नै ई मोॅन सेॅ, माँ बाबू के याद।।
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