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जाडो / श्रवण मुकारुङ

No change in size, 09:33, 9 मई 2017
के बाल्लान् हँ… ?।
युगौ“देखि युगौँदेखि छ— जाडो
ल्याम्पपोस्टमुनि आगो तापिरहेछन्— नानीहरू ।
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