भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चैनसिंह शेखावत |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=चैनसिंह शेखावत
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-2 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
सुणीजै
चांद अडाणै म्हैलीजै

भीड़ री
जितरी ईज अबखायां हुवै
चांद उणा री रामबाण

इण वास्तै ओ दावो है
सबद जद पूगै
आभै ताईं
चां रो थान हुवै (रीतो)।

</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits