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Kavita Kosh से
नाता जिनका न था जुड़ा मुझसे.<br><br>
जिसने रक्खा था कै़द में मुझको<br>
खुद रिहाई था चाहता मुझसे.v<br><br>
ना-शनासों की बस्तियों में, कब<br>
किसने रक्खा है राब्ता मुझसे.<br><br>
सिलसिला राहतों का टूट गया<br>
दिल की धड़कन हुई खफ़ा मुझसे.<br><br>