भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कंगस्या / मुरली दीवान

102 bytes added, 06:19, 29 मार्च 2018
आज त आतंकवाद बणी भुला
वोडा -वोडा <ref>खेत की सीमा रेखा तय करने वाला पत्थर</ref> पर विबाद बणी भुला
द्वी झणो का बीच द्वी भयों की राजी खुसी मा
जिंदगी भर कु मवाद पड़ी भुला
Mover, Reupload, Uploader
3,965
edits