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कै जा देखो-तटकै तांतां तोडि़या,अबकै राज अबार|सिंध धरा में पीर मोडियो कैय पूजीजै छत्राळो आल्हो जसधारी हिंदू अर मुसलमां सगळा उण राहड़ पन्नड़ रै चरणां श्रद्धा सूं ई शीश झुकावें नैह ज किंया निभावसां,सुणै नहीं सरकार||
कींकर भूलौ-सदन मांयनै चौरटां,पूग पचासां पार|रतजागां में गातौ ढोली ब्याव बधाणै आतौ ढाढीअधरातां में झीणै-झीणै मधरै-मधरै व़ायरियै में रचतै मीठे लोक गीत नै कींकर बांटो-धरम पंथ री कांकड़ में इण शहनाई सुरणाई ढोलकमंजीरा झींझा तबला नै अै साखी हैं संबंधां रा अपणापै रा मिनखापै अर विसवासां रा !!!डाकीचाळो कर डसै,सुणै नहीं सरकार||
मत उळझावौ-मारकाट कर मोकळी,हरदम रह हुशियार|धरम नांव आग लगावै आंगणै,सुणै नहीं सरकार|| खरी दुकानां खोल दी,रूपियां री कांकड़ में इणकर रार|हँसती- खिलती मिनखजात नै रासण दे नीं रौळिया,सुणै नहीं सरकार||मत बांधौ-भौळे मिनखां जबरा झींटा झाल नै तणकै खूंटे ,दंभी नै दुत्कार|मत राखौ-निरलज सारा नेतियां,सुणै नहीं सरकार||ऊजळ अंतस कूड़ कमाणौ खावणौ,लंपट लोभ लगार|कैवे किणनै जा कवि,सुणै नहीं सरकार|| जीणौ कींकर जगत में ऊंडी खोखा !!!,वधियौ व्याभीचार|पाप अणूतौ पेख लो,सुणै नहीं सरकार|| मुंडै मीठी मौवणी,खरौ ज अंतै खार|अबै बेलियां आपणी,सुणै नहीं सरकार|| इतरी अरजी ईसरी,अबकै देस ऊबार|नींतर सब रूळ जावसी,सुणै नहीं सरकार|| रंग बदळावै रोज रा,धवळा कपडा़ धार|मीठी छुरियां मारणी,सुणै नहीं सरकार|| खाट ले गिया खलकडा़ं,नैनी करी निंवार|पागां आगा पटकिया,सुणै नहीं सरकार|| केपी घर सूं काढ दे,तौगे री तरवार|जाय हरावळ जूंझणौ,सुणै नहीं सरकार|| माल उड़ावै मारकां,धुन धाडै़ती धार|निरलज कूडा़ नेतियां,सुणै नहीं सरकार|| इतरी अरजी ईसरी,अबकै देस ऊबार|सदबुध दीजै सांच सह,सुणै नहीं सरकार|| नौंणो चावै नेतियां, विटळा नर वौपार|किणदिस जावां कानजी,सुणै नहीं सरकार|| मांडो आखर मौवणा,धचकै धुंवांधार|सायद आ चेतावनी,सुण लैसी सरकार|| बरस पांच अै बेलियाँ,ठीक काळजो ठार|डांभ दिरावै देस रै,सुणै नहीं सरकार|| साची कैवूं सांवरा,हैलां करूं हजार|तार सकै तो तार दे,सुणै नहीं सरकार||