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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[मिनटा के म्ह हंसै लुगाई, मिनट मै रो लुगाई दे / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[थोड़ी सी जिन्दगानी खातिर, नर क्या क्या तौफान करै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[जमीदार का फर्ज बख्त पै, खेती नै बोवण का हो / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]