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कामयाब / उज्ज्वल भट्टाचार्य

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महान होने का दावा,
उसके पैरों के नीचे
ज़मीन नहीं, दलदल है.है।
दलदल में धँसा हुआ
वह ख़ुश है, बेहद ख़ुश है।
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