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आओ, विवाहितों और अविवाहितों पर दया करें ।
सजी-धजी पावलोवा <ref>एक रूसी नृत्य-नाटिका की नर्तकी (1885-1931)</ref> जैसी
धीरे-धीरे उषा मंच पर आती है,
मैं अपनी अभिलाषा के क़रीब होता हूँ ।
'''मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : एम० एस० पटेल'''
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