भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' }} Category:...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
}}
[[Category:बाल-कविताएँ]]
<poem>

'''गैया'''

हरी दूब है गैया खाती
सबको पीठा दूध पिलाती ।

बने दूध से दही-मलाई
तरह -तरह की खूब मिठाई ।


'''गीत'''

ढओल बजा मेढक का ढम-ढम
भालू बना बाँसुरी वाला ।

अच्छे साथी मिले गधे को
गीत सुनाता गड़बड़झाला ।


'''सर्कस'''

देखो सर्कस का यह खेल
हाथी, घोड़ा ठेलमपेल ।

झूला झूल उछल हवा में
कुछ देखो छलाँग लगाते।

बन्दर , चीता, जोकर आते
सब हैं अपने खेल दिखाते।


'''नेवले की जीत'''

समझ नेवले को छोटा
नाग झपट पड़ा ।

बहुत निडर था नेवला
डटकर खूब लड़ा ।

नेवले की जीत हुई
हारा नाग बड़ा ।


'''सवारी'''

आसमान पर जहाज उड़े
जिधर चाहता उधर मुड़॥

छुक-छुक करके आरी रेल
दूर-दूर तक जाती रेल ।

लम्बी सड़क बहुत इठलाती
मोटर इस पर दौड़ लगाती ।
</poem>