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उत्सव का मौसम
घनुष धनुष हाथ में लेकर
पल में राम सरीखा लगता
अगले ही पल
लिए बाँसुरी बांसुरी बालकृष्ण सा दिखता
तन के रावण, कंस, पूतना
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