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अभिनय / मंगलेश डबराल

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वे कहते हैं अरे आप टी०वी० पर दिखे थे एक दिन
बाज़ारों में घूमता हूँ निश्शब्दनिःशब्द
डिब्बों में बन्द हो रहा है पूरा देश
पूरा जीवन बिक्री के लिए
'''रचनाकाल : 1990'''
</poem>
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