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मैं रीढ़ के कैंसर से मर जाऊँगामुझे पहाड़ की तरह का जीवन चाहिएऊँचाई-चढ़ाई भरावो एक भयानक शाम होगीख़ूबसूरत, गर्म, सुगन्धभरी और कामुकतापूर्णउस शाम मैं सड़-सड़कर मर जाऊँगा ।नीली प्लेट में रखा हुआ
सड़ जाएँगी मेरी अनजान कोशिकाएँजिस भी चीज़ में ढला हो मेरा जीवनमेरे पैर फट जाएँगेऔर मैं मर जाऊँगा ।ऊपर से नीचे तक बिल्कुल वैसा ही हो
विशालकाय बिल से निकला विशालकाय चूहामुझे काट देगा कई टुकड़ों अपनी मुट्ठी मेंबन्द रेत की तरह जीवन चाहिएऔर मैं मर जाऊँगा।गुलदान में रखी गेहूँ की हरी बालियों की तरह
आसमान मेरे ऊपर टूट पड़ेगाएक नरम चप्पल की तरहभारी बादल फट जाएगा मेरे ऊपरऔर मैं मर जाऊँगा ।या किसी भी की गीत की जान लययुक्त अर्थहीन शब्द की तरह
एक भयानक आवाज़ गिरेगी मुझपर आकाश सेजो फाड़ देगी मेरे कानों के पर्दों किसी चूल्हे की झिल्लियाँचिमनी या हरसिंगार की तरहअपने बहरे हुए कानों के घावों से मैं मर जाऊँगा।कंकड़ों भरी खुरदुरी ज़मीन की तरह
आधी रात को दो बजेहमला करेंगे मेरे ऊपर गंजे और कायर हत्यारेऔर अपनी मौत का एहसास किए बिना ही मैं मर जाऊँगा । किसी खण्डहर में हज़ारों टन भारी मलबे के नीचेकपड़ों के ढेर के पीछे दफ़्न हो जाऊँगा चिकनाई भरे नाले में डूबकर मर जाऊँगा । क्रूर जानवर मुझे अपने खुरों से रौन्द देंगेमैं नंगा ही मर जाऊँगा अनसीखे नाई या लाल तिरपाल का कफ़न ओढ़करतेज़ धारदार चाकू रखा होगा जहाँजिसे पाकर मुझे कोई चिन्ता नहीं होगी । मेरे हाथों और पैरों के नाख़ून नहीं कटे होंगेमेरी हथेलियों में इकट्ठे हो जाएँगे आँसूआँसुओं से भर जाएँगे मेरे हाथऔर जब मुझे इस बारे में पता लगेगा, मैं मर जाऊँगा। बहुत तेज़ चमकेगा पागल सूरजतेज़ धूप में चिपक जाएँगी मेरी पलकेंवे मेरे कानों में फुसफुसाएँगे भयानक शब्दअपने बच्चों को तड़पता हुआ देख मैं मर जाऊँगा । वे क्रूर और कमज़ोर आदमी दंग रह जाएँगे यह देखकरकि मुझे ज़िन्दा ही निगल गए हैंमेरी क़ब्र के सफ़ेद कीड़ेऔर मैं मर जाऊँगा। वे मेरे हाथ बाँधकर मुझे धारा में बहा देंगेऔर दुख रूई की रजाई की आग में जलकरमैं मर जाऊँगा । मैं धीरे-धीरे मरूँगा, या सामान्य ढंग सेया जुनूनी ढंग से बड़ी तेज़ी से मर जाऊँगा । और फिरजब सब ख़त्म हो जाएगा आख़िरकार पूरी तरह सेमैं मर जाऊँगा ।मुझे जीवन चाहिए बिल्कुल तुम जैसा
जो मेरे पास है, लेकिन बहुत कम है मेरे लिए
जिससे सन्तुष्ट नहीं हूँ मैं।
'''मूल फ़्रांसीसी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
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