भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
मेरी प्रिया, अन्तै कतै भेट्ने गरौँ हामी ।
................................................................... '''[[ताजमहल / साहिर लुधियानवी|इस कविता का मूल हिंदी/उर्दू पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें]]'''
</poem>