भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=आन्ना अख़्मातवा |अनुवादक=राजा खु...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=आन्ना अख़्मातवा
|अनुवादक=राजा खुगशाल
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
आज रात
शराब नहीं पियूँगी मैं तुम्हारे साथ
क्यों?
क्योंकि तुम एक शरारती लड़के हो
ठीक है सब
मैं जानती हूँ अच्छी तरह :
कहाँ से आते हो तुम — चान्दनी से
किसी सुन्दर शिशु का मुँह चूमने के लिए
यद्यपि बेहद शान्त है हमारी यह जगह
प्रभु के आशीर्वाद से
हर तरह से सुरक्षित
किशोरियों का भय
साहस नहीं जुटा सकता कभी
उनकी खुली हुई आँखें खोलने का ।
दिसम्बर 1913
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजा खुगशाल'''
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=आन्ना अख़्मातवा
|अनुवादक=राजा खुगशाल
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
आज रात
शराब नहीं पियूँगी मैं तुम्हारे साथ
क्यों?
क्योंकि तुम एक शरारती लड़के हो
ठीक है सब
मैं जानती हूँ अच्छी तरह :
कहाँ से आते हो तुम — चान्दनी से
किसी सुन्दर शिशु का मुँह चूमने के लिए
यद्यपि बेहद शान्त है हमारी यह जगह
प्रभु के आशीर्वाद से
हर तरह से सुरक्षित
किशोरियों का भय
साहस नहीं जुटा सकता कभी
उनकी खुली हुई आँखें खोलने का ।
दिसम्बर 1913
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजा खुगशाल'''
</poem>