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* [[मुखबन्ध (भूमिका) / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
भाग एक : प्रातः काल
* [[मेतिल्दा : नाम एक पौधे या चट्टान का या मदिरा का / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[प्रेम, कितना लम्बा रास्ता है चुम्बन तक पहुँचने के लिए / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[प्रेम, प्रेम, उठते गए मेघ आकाश की मीनार तक / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[तुम्हें प्रेम करने से पहले / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[न तो इक्वीक के टीलों का अद्भुत्त रंग / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[निर्वस्त्र, तुम हो सहज अपने हाथों में एक सी / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[प्रेम, बीज से बीज तक, ग्रह से ग्रह तक / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[तुम आती हो दरिद्रता से, दक्षिण के निकेतों से / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[द्वीपसमूह के देवदार से सघन हैं तुम्हारे केश / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[मेरी अस्थियों की नन्ही साम्राज्ञी, मैं पहनाता हूँ तुम्हें मुकुट / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[इस प्रभात अपनी सच्चाइयों के साथ यह घर ढेर हो गया / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
भाग दो : दोपहर
* [[ / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[ / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[ / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]
* [[ / पाब्लो नेरूदा / विनीत मोहन औदिच्य]]