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Kavita Kosh से
ज़िन्दा रहना चाहता है मौत तक और उसके बाद भी
मौत को स्थगित रखना चाहता है मरने तक
निर्लज्ज हो चाहता है कहना : ’तो अब’तो अब
सुनना चाहता है आने वाले कल के समाचार