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Kavita Kosh से
* [[जो चल सको तो कोई ऐसी चाल चल जाना / फ़राज़]]
* [[हम सुनायें तो कहानी और है / फ़राज़]]
* [[संगदिल है वो तो क्यूं इसका गिला मैंने किया / फ़राज़]]
* [[अब वो मंजर, ना वो चेहरे ही नजर आते हैं / फ़राज़]]
* [[अव्वल अव्वल की दोस्ती है अभी / फ़राज़]]