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इश्क़ के अदना ग़ुलाम साहिब-ए-ताज-ओ-नगीन
इश्क़ मकनमकान-ओ-मकीन, इश्क़ ज़मनज़मान-ओ-ज़मीनइश्क़ सरापा यक़ीन, और यक़ीन फ़तह-ए-बबबाब
शरा-ए-मौहब्बत में है इश्रत-ए-मंज़िल हराम