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रात में देर से
टावरों, मेहराबों के नीचे
मैं प्राग में ऐसे घूम रहा हूँ, मानो कोई सपना देख रहा हूँ
आकाश किसी कीमियागर की कुप्पी की तरह है —
जहाँ चमकीला सोना
नीली आग में पिघल रहा है,
चार्ल्स स्क्वायर की ढलान पर
बिना किसी थकान के चढ़ जाता हूँ मैं
और पहुँच जाता हूँ वहाँ,
जहाँ कोने में,
क्लिनिक के पास बने बगीचे में,
डॉक्टर फ़ॉउस्ट का घर है ।
मैं उनके दरवाज़े पर दस्तक देता हूँ,
हालाँकि मुझे यह बात मालूम है
कि डॉक्टर अपने घर पर नहीं हैं ।
मुझे मालूम है —
क़रीब दो सौ साल पहले
छत में बने एक छेद के रास्ते
गहरी रात में
शैतान उन्हें खींचकर अपने साथ ले गया था नरक में ।
'''रूसी से अनुवाद : [[अनिल जनविजय]]'''
'''लीजिए, अब यही कविता रूसी अनुवाद में पढ़िए'''