भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

लालबत्ती / पीयूष दईया

3 bytes added, 19:10, 12 दिसम्बर 2008
तीसरा डग भरने की कोशिश में
शब्दों की शरीफ शरीफ़ शिराओं ने भी
शमशानी शउर शिद्दत से सीख लिया था पर
वे बेशिनाख्त बिसार में बेराहत थे
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,461
edits