भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=तादेयुश रोज़ेविच |संग्रह= }} <Poem> कौन पहचानेगा उसे...
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=तादेयुश रोज़ेविच
|संग्रह=
}}
<Poem>
कौन पहचानेगा उसे
माँ पिता भाई
वह दूसरी औरत शायद
जिसका चेहरा
एक धुंधले आइने में
बारिश-सा बह रहा है
और तुम
तुम जब अपने ख़ुद की तरफ़ निहारते हुए
क्या दिखाई देता है
मुझे दिखाई देता है एक आदमी
जिसे एक ऎसे ईश्वर के रंग-रूप में
सिरजा गया है
जो व्यतीत हो चुका है।
(1979)
'''अंग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=तादेयुश रोज़ेविच
|संग्रह=
}}
<Poem>
कौन पहचानेगा उसे
माँ पिता भाई
वह दूसरी औरत शायद
जिसका चेहरा
एक धुंधले आइने में
बारिश-सा बह रहा है
और तुम
तुम जब अपने ख़ुद की तरफ़ निहारते हुए
क्या दिखाई देता है
मुझे दिखाई देता है एक आदमी
जिसे एक ऎसे ईश्वर के रंग-रूप में
सिरजा गया है
जो व्यतीत हो चुका है।
(1979)
'''अंग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल
</poem>
Anonymous user