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|रचनाकार=निदा फ़ाज़ली
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[[Category:ग़ज़ल]]<poem>
कच्चे बखिए की तरह रिश्ते उधड़ जाते हैं
हर नए मोड़ पर कुछ लोग बिछड़ जाते हैं