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पहली बार
कहाँ देखा था [[केदारनाथ सिंह ]] को
कोलकाता के ठनठनियों काली मंदिर के पास
एक गोरा-गारा ठिगना आदमी
चला जा रहा था दो-चार लोगों के साथ
"यही [[केदारनाथ सिंह ]] हैं।
हिंदी के सबसे बड़े कवि।"
मित्र प्रकाश ने कहा था
तुम्हारे कारण
[[केदारनाथ सिंह]]!
धन्यवाद!
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