भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
</sort>
<sort order="asc" class="ul">
* [[बेसन की सोंधी रोटी पर / निदा फ़ाज़ली]]
* [[गरज बरस प्यासी धर्ती पर फिर पानी दे मौला / निदा फ़ाज़ली]]
* [[कभी बादल, कभी कश्ती, कभी गर्दाब लगे / निदा फ़ाज़ली]]