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[[Category:ग़ज़ल]]
करवाँ गुज़रा किया हम रहगुज़र <ref>पथ</ref> देखा किये
हर क़दम पर नक़्श-ए-पा राहबर देखा किये
यास जब छाई उम्मीदें हाथ मल कर रह गइ
दिल की नबज़ें छुट गयीं और चारागर देखा किये
तू कहाँ थी ऐ अजल ऐ नामुरादों की मुराद
मरनेवाले राह तेरी उमर भर देख किये
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