भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ये दुनिया */ नया विभाग
हमें इस बात की फिकर नही !<br>
जिद है आज हमें गीत बनाने की जिद है !<br>
== ये दुनिया ==
अदभुद दुनिया का यह वर्णनं करते है !<br>
आप <br>
क्यों करते है ?<br>
यह समझ सका न मै आज !<br>
यह चमकीला सूरज लगता कितना प्यारा है !<br>
रात की चान्दिनी रात के तारे लगते कितने प्यारे है !<br>
क्यों लगते है ?<br>
प्यारे ये चाँद और सितारे !<br>
क्यों होता है दिन और क्योँ होता है रात !<br>
यह समझ सका न आज मै यह समझ सका न आज मै !<br>