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आज़ादी-ए-हयात का सामान कर दिया
शेख शेख़ और बिरहमन में बढ़ाया इत्तिहाद
गोया उन्हें दो कालिब-ओ-यकजान कर दिया
जुल्मोज़ुल्मो-सितम की नाव डुबोने के वास्ते
कतरे क़तरे को आंखों-आंखों में तूफ़ान कर दिया