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या बहुत हुआ तो आँगन
ही है उसका संसार।
 
माँ करती है बेटे का इंतज़ार
उन्हें नहीं जाना बाहर
उन्हें सिर्फ माँ बनना है
बहन बनना है बहु बनना है
उन्होंने इंतज़ार में छलछलानी हैं आँखें
पथरानी हैं
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