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Kavita Kosh से
माँ करती है बेटे का इंतज़ार
पत्नि पति का , भाई का बहन
दहलीज़ लाँघना है
उनके लिए पहाड़ लाँघना।
उनके लिए आरक्षित हैं सीटें बरों में
सभाओं विधानसभाओं में
वे बन सकती हैं मॉडल विश्वसुन्दरियांविश्वसुन्दरियाँ
वे बन सकती हैं प्रधानमंत्री।