भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|shorturl=hasratmohani
}}
<sort order="asc" class="ul">
*[[क्या किया मैंने कि इज़हारे-तमन्ना कर दिया/ हसरत मोहानी ]]
*[[घिर के आख़िर आज बरसी है घटा बरसात की / हसरत मोहानी ]]
*[[चुपके-चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है / हसरत मोहानी ]]
*[[अब तो उठ सकता नहीं आँखों से बार-ए-इंतेज़ार / हसरत मोहानी ]]
*[[देखना भी तो उन्हें दूर से देखा करना / हसरत मोहानी ]]
*[[हुस्न-ए-बेपरवाह को खुद_बिब-ओ-खुदारा कर दिया / हसरत मोहानी ]]
*[[जज़्ब-ए-कामिल को असर अपना दिखा देना था / हसरत मोहानी ]]
*[[कैसे छुपाऊँ राज़-ए-गम दीदा-ए-तर को क्या करूँ / हसरत मोहानी ]]
*[[रोशन जमाल-ए-यार से है अंजुमन तमाम / हसरत मोहानी ]]
*[[तोड़ कर अहद-ए-करम न-आशना हो जाइए / हसरत मोहानी ]]
</sort>