भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हसरत मोहानी
Kavita Kosh से
हसरत मोहानी
www.kavitakosh.org/hasratmohani
www.kavitakosh.org/hasratmohani
जन्म | 1875 |
---|---|
निधन | 1951 |
उपनाम | हसरत |
जन्म स्थान | मोहान, उत्तर प्रदेश, भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
हसरत मोहानी / परिचय | |
कविता कोश पता | |
www.kavitakosh.org/hasratmohani |
प्रमुख रचनाएँ
- वो जब ये कहते हैं तुझ से ख़ता ज़रूर हुई / हसरत मोहानी
- ख़ू समझ में नहीं आती तेरे दीवानों की / हसरत मोहानी
- और भी हो गए बेगाना वो ग़फ़लत करके / हसरत मोहानी
- सियहकार थे बासफ़ा हो गए हम / हसरत मोहानी
- शिकवए-ग़म तेरे हुज़ूर किया / हसरत मोहानी
- मातम न हो क्यों भारत में बपा दुनिया से सिधारे आज तिलक / हसरत मोहानी
- इश्क़े-बुतां को जी का जंजाल कर लिया है / हसरत मोहानी
- हाले-मजबूरिए-दिल की निगरां ठहरी है / हसरत मोहानी
- क्या किया मैंने कि इज़हारे-तमन्ना कर दिया/ हसरत मोहानी
- बाम पर आने लगे वो सामना होने लगा / हसरत मोहानी
- वस्ल की बनती हैं इन बातों से तदबीरें कहीं / हसरत मोहानी
- भुलाता लाख हूँ लेकिन बराबर याद आते हैं / हसरत मोहानी
- फिर भी है तुम को मसीहाई का दावा देखो / हसरत मोहानी
- है मश्क़े-सुख़न जारी चक्की की मशक़्क़त भी / हसरत मोहानी
- याद हैं सारे वो ऐशे-बा-फ़राग़त के मज़े / हसरत मोहानी
- मस्ती के फिर आ गये ज़माने / हसरत मोहानी
- घिर के आख़िर आज बरसी है घटा बरसात की / हसरत मोहानी
- चुपके-चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है / हसरत मोहानी
- अब तो उठ सकता नहीं आँखों से बार-ए-इंतेज़ार / हसरत मोहानी
- देखना भी तो उन्हें दूर से देखा करना / हसरत मोहानी
- हुस्न-ए-बेपरवा को खुदबीं-ओ-ख़ुदारा कर दिया / हसरत मोहानी
- जज़्ब-ए-कामिल को असर अपना दिखा देना था / हसरत मोहानी
- कैसे छुपाऊँ राज़-ए-गम दीदा-ए-तर को क्या करूँ / हसरत मोहानी
- रोशन जमाल-ए-यार से है अंजुमन तमाम / हसरत मोहानी
- तोड़ कर अहद-ए-करम न-आशना हो जाइए / हसरत मोहानी
- जो वो नज़र-बा-सरे लुत्फ़ आम हो जाये / हसरत मोहानी
- चेहराए-यार से नक़ाब उठा / हसरत मोहानी
- सब्र मुश्किल है, ज़ब्त है दुशवार / हसरत मोहानी
- सब हैं तेरी अंजुमन में बेहोश / हसरत मोहानी
- बदल-ए-लज़्ज़ते-आज़ार कहाँ से लाऊँ / हसरत मोहानी
- मय-ओ-मीना से यारियाँ न गईं / हसरत मोहानी