भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|संग्रह=सांध्यगीत / महादेवी वर्मा
}}
{{KKCatKavita}}
सपनों की रज आँज गया नयनों में प्रिय का हास!<br>
अपरिचित का पहचाना हास!<br><br>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits