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सदस्य वार्ता:Gopal Baghel 'Madhu'

7 bytes added, 04:33, 23 अक्टूबर 2009
<poem>रचना यहाँ टाइप करें</poem>== शीर्षक ==
मधु गीति सं. ५६७,  रचना दि. १६ अक्टूवर, २००९  ( दीपावली की पूर्व संध्या)
 
मैं दीप जलाता हूँ उर में, मैं राग जगाता हूँ सुर में;
गोपाल बघेल 'मधु'
 
टोरंटो, ओंटारियो, कनाडा
www.AnandaAnubhuti.com;
 
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